ग्राम में ५ हैंडपंप है, सभी हैंडपंप ठीक है पर एक हैंडपंप ग्राम के बीच में है जो की सभी लोगों के जल स्रोत का साधन है. वह अचानक ही खराब हो गया. लोग जल स्रोत के लिए अलग –अलग तरीके अपनाने लगे , लेकिन इसमें उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा था. धीरे-धीरे ८ दिन बीत चुके थे और लोग परेशां हो रहे थे. मुझे इसके बारे में पता चला, तो मैंने लोगों को १८१ जो की मुख्यमंत्री हेल्पलाइन है, जो की समस्यों का समाधान करती है के बारे में बताया. उन्होंने मुझे से ही कहा – ‘आप ही बात करा दीजिये’. मैंने लोगों से विस्तार में बात कर हैंडपंप की समस्याओं के बारे में जानकारी ली और मेरे मोबाइल से १८१ पे कॉल किया तथा ग्राम का नाम तथा समस्या के बारे में बताया.
दिनांक १३/१२/२०१४ को कॉल किया गया, कॉल के बाद मोबाइल पर हेल्पलाइन से पंजीयन न. भेजा गया जो की इस प्रकार था ५१९७००. दुसरे दिन सम्बंधित विभाग से कर्मचारी आये, कर्मचारी हैंडपंप के उपरी हिस्से को ठीक कर देने की बात कर रहे थे, पर ग्रामवासी चाह रहे थे की हैंडपंप का उपरी हिस्सा पूरा बदला जाये. इस विवाद से कर्मचारियों ने अपना कार्य पूरा न किया. दो दिन बाद कर्मचारियों की एक अन्य टीम आई जिसमे पहली बार के कर्मचारी भी शामिल थे. उन लोगों ने हैंडपंप का उपरी हिस्सा बदला और अपने पहले व्यवहार के लिए क्षमा भी मांगी.
इस तरह श्री जीवन मीना, श्री फूल सिंह मीना, सुरेश कुमार मीना, जीतू शर्मा एवं मुकेश मीना की उपस्थिति में १६/१२/२०१४ को हैंडपंप सुधर पाया. आज वह हैंडपंप सुचारू रूप से कम कर रहा है. हैंडपंप लम्बे समय तक अपनी सेवाएं देगा ऐसा लोग मानते हैं. ग्राम वासी १८१ की जानकारी पा कर भी काफी रहात महसूस कर रहे हैं.
फेलो- विनोद मीना, चांचौडा