ऑम प्रकाश मेघवाल की फिर शुरू हुई पेंशन

कल्याणपुर पंचायत से 19 कि.मी दुरी पर स्थित डोली राजगुर्रा, डोली कला का राजस्व ग्राम है जिसमे लग-भग 2000 लोग निवास कर रहे है जो विभिन्न जातियों मे विभक्त है जैसे राजपुरोहित, विश्नोई, भील, मेघवाल, सुथार, लौहार, राजपुत, देवासी, दर्जी, नाई, गोस्वामी, सन्त, ब्राह्म्ण व हरिजन आदि I इसी गांव मे बस स्टेण्ड से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर मेघवालो कि बस्ती है। इसी बस्ती मे गिरधारी राम मेघवाल (विकलांग) का घर है जो बिल्कुल हाईवे से सटा हुआ है। इनके परिवार मे एक वृद्द माँ, पत्नी, दो बच्चे व तीन बच्चियाँ है।

पेंशन एक ही बार आती है

गंगा देवी, मोकलसर, सिवाना गाँव की रहने वाली एक विधवा महिला है, जिनके पति का निधन दो साल पहले हो गया था। सूचना सेवक द्वारा उनसे संपर्क करने के दौरान पता चला कि उनकी विधवा पेंशन एक ही बार आयी थी, उसके बाद नहीं आयी, तो गंगा देवी को यह भ्रम हो गया कि पेंशन एक बार ही आती है। सूचना सेवक द्वारा उनको समझाने पर पता चला कि पेंशन हर महिने आती है, इसके बाद सूचना सेवक द्वारा गंगा देवी का पंजीकरण कर बैंक में पूछताछ की तो ज्ञात हुआ कि उनकी पेंशन काफ़ी समय से नहीं आ रही है।

Kanti Bai gets a bank account with the help of Soochna Seva

खटकिया ग्राम निवासी श्रीमती कान्ति बाई केवट अपने पति हरिचरण और दो लड़कों के साथ रहती है I संपत्ति के नाम पर टूटा- फूटा मकान और एक बीघा जमीन है I बेमौसम बारिश और कुहासा जमीन से कोई आमदनी होने नहीं देता, हरिचरण को नशे की लत है और इसके चलते वह घर की जिम्मेदारी उठाने में असक्षम है I इस तरह परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी श्रीमती कान्ति बाई केवट पर है I वह दिहाड़ी मजदूरी कर इस जिम्मेदारी का निIर्वाह कर रही हैं I इस जिम्मेदारी में उनका बड़ा लड़का ड्राइवरी कर, यथा संभव मदद करता हैं I गरीबी रेखा से नीचे बसर करने वाली श्रीमती कान्ति बाई केवट के लिए आधार कार्ड बहुत जरूरी कागज़ है जिसका होना, उनके जीवन में बहुत मायने रखता है I

गोविन्द कुमार- सफलता की कहानी, आखों की जुबानी

गोविन्द के माता-पिता दोनो ने किसी कारणवंश डेढ वर्ष पहले आत्महत्या कर ली । इनकी उम्र 12 वर्ष की है परिवार मे एक तो स्वयं व दो इनके भाई है। ये तीनो अपने दादा-दादी व चाचा-चाची के साथ रह रहे है। गोविन्द ने अभी कक्षा पांचवी उतीर्ण की है तथा उसके दोनों भाईयों में सबसे बड़ा भाई (उम्र16 वर्ष) घर से दुर कोई लकड़ी का कार्य कर रहा है मंजला भाई (उम्र 14 वर्ष) कक्षा 10वी उतीर्ण की है । पारिवारिक स्थिति काफी दयनीय है । इनके चाचाजी मजदुर है व चाची आंगनबाडीं कार्यकर्ता हैं जो दिन भर कमाने के बाद शाम को रुपये एकत्र कर इनका लालन-पालन करते है । कार्यक्रम के दौरान इन बच्चो की चाची ने सूचना सेवा की मींटींग में भाग लीया तब सूचना मित्रो ने योननाओं के बारे में बताया |

पप्पू साहू को मिली 50 प्रतिशत की छूट

पप्पू साहू एवं कल्याण कोरी गुना जिले के देहरीकला गावं के रहने वाले है I यह दोनों एक मामूली किसान है, इनका पूरा परिवार जीवन यापन के लिए खेती पर निर्भर है I राजपाल केवट (सूचना सेवक) देहरीकला गाँव से ही है तथा सूचना सेवा मे जुड़ने के बाद से अपने गाँव की भलाई के लिए कार्य कर रहा है I एक दिन पप्पू साहू ने सूचना सेवक राज पाल केवट से संपर्क किया, और विद्युत विभाग मे बिल की राशि जमा करने से सम्बंधित किसी योजना के बारे मे पूछा I पप्पू साहू ने पिछले तीन साल से बिजली का बिल जमा नहीं किया था जिसके कारण बिल की राशि रू. 27775 हो गयी है इसकी वजह से वह काफी परेशान है I