Kanti Bai gets a bank account with the help of Soochna Seva
खटकिया ग्राम निवासी श्रीमती कान्ति बाई केवट अपने पति हरिचरण और दो लड़कों के साथ रहती है I संपत्ति के नाम पर टूटा- फूटा मकान और एक बीघा जमीन है I बेमौसम बारिश और कुहासा जमीन से कोई आमदनी होने नहीं देता, हरिचरण को नशे की लत है और इसके चलते वह घर की जिम्मेदारी उठाने में असक्षम है I इस तरह परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी श्रीमती कान्ति बाई केवट पर है I वह दिहाड़ी मजदूरी कर इस जिम्मेदारी का निIर्वाह कर रही हैं I इस जिम्मेदारी में उनका बड़ा लड़का ड्राइवरी कर, यथा संभव मदद करता हैं I गरीबी रेखा से नीचे बसर करने वाली श्रीमती कान्ति बाई केवट के लिए आधार कार्ड बहुत जरूरी कागज़ है जिसका होना, उनके जीवन में बहुत मायने रखता है I